सिरोंज के सेमलखेड़ी गांव में एक बकरी ने विकृत बच्चे को जन्म दिया है। इस मेमने का मुंह इंसान जैसा लग रहा है। इस अजीब शक्ल के मेमने को देखने आसपास के लोग जमा हो गए। कई बार किसी गंभीर बीमारी या समस्या की वजह से उनके शरीर में ऐसा विकार आ जाता है कि उनके शरीर की बनावट पूरी तरह से बदल जाती है. इन विकारों को लोग चमत्कार समझ लेते हैं और उसे दूर-दूर तक फैलाने लगते हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक मध्य प्रदेश के विदिशा में सिरोंज तहसील के सेमल खेड़ी गांव ने इन दिनों वहां के नागरिकों को हैरान कर दिया है. कारण है एक विचित्र बकरी का जन्म. गां के निवासी नवाब खां के घर में उनकी पालतू बकरी ने एक बच्चे को जन्म दिया है जिसका चेहरा इंसानों जैसा है. इस बात से गांव के ही लोग नहीं, पूरे तेहसील के लोग हैरान हो गए हैं.
आंखें हैं अजीबोगरीब
सोशल मीडिया पर जो फोटोज और वीडियोज वायरल हो रहे हैं उसमें बकरी का चेहरा बेहद विचित्र लग रहा है. उसकी दो आंखें, इंसानों की तरफ बिल्कुल एक दूसरे के अगल-बगल हैं और उनके आसपास काला घेरा है जो किसी चश्मे जैसा एहसास दिला रहा है. इसके अलावा बकरी का मुंह भी इंसानों की ही तरह है और उसके सिर पर ढेरों सफेद बाल हैं. बकरी के अजीब मुंह की वजह से उसे सिरिंज से ही दूध पिलाना पड़ रहा है. अब ये तो साफ है कि बकरी का ऐसा चेहरा किसी विकार का नतीजा है पर लोगों ने उसे अजूबा बना दिया है और दूर-दूर से उसे देखने के लिए आ रहे हैं.
डॉक्टर ने बताया हजारों में से एक होता है ऐसा
पशु चिकित्सक मानव सिंह ने बताया कि आम बोलचाल की भाषा मे ऐसे विकृत बच्चे को मोनिस्टर किड कहते हैं। चिकित्सीय भाषा में इसे हेड डिस्पेसिया कहा जाता है। 50 हजार में से 1 इस तरह का केस होता है। ऐसे केस ज्यादातर गाय-भैंस में देखे जाते हैं। बकरियों में यह होना रियर है। यह मेमना ज्यादा नहीं जिएगा। ज्यादातर ऐसे बच्चे 1 हफ्ते से 15 दिन ही जी पाते हैं। ऐसे केस में बच्चे के सिर पर सूजन होती है। इसे हाइड्रो सिफेलिश कहा जाता है। इसकी 2 वजह मानी जाती हैं, एक गर्भावस्था में विटामिन ए की कमी, दूसरा गर्भावस्था में गलत या प्रतिबंधित दवाई दे देना।