पटना: किशनगंज जिले के पोठिया थाना क्षेत्र अंतर्गत पांच मई को 20 वर्षीय प्रसेनजीत सिंह ने कथित रूप से अपनी प्रेमिका की हत्या कर उसके शव को दफना दिया था। वह शव रविवार की रात बरामद हुआ।
पोठिया थानेदार कुंदन कुमार ने मंगलवार को बताया कि 16 वर्षीय लड़की मिर्जापुर की मूल निवासी थी और प्रसेनजीत भौलीगाच गांव की रहने वाला है। दोनों गांव पोठिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत हैं।
उन्होंने बताया कि रंजना (बदला हुआ नाम) आठवीं कक्षा तक पढ़ाई कर चुकी थी और प्रसेनजीत बाइक मैकेनिक था। कुमार ने बताया कि रविवार को रात करीब साढ़े दस बजे भौलीगाच से करीब 4.5 किमी दूर स्थित घने बांस के खेत से शव बरामद किया गया ।
प्रसेनजीत की पहले से ही एक गर्लफ्रेंड थी । पांच मई से आठ दिन पहले प्रसेनजीत की पहली प्रेमिका ने रंजना के सेलफोन का इस्तेमाल करते हुए उसे फोन किया था । जब उसने नए नंबर के बारे में पूछा तो उसकी पहली प्रेमिका ने उसे अपने दोस्त के बारे में बताया। प्रसेनजीत ने रंजना से बात करनी शुरू की और वे एक-दो बार मिले । प्रसेनजीत ने शादी के बहाने उसके साथ यौन संबंध स्थापित किए।
5 मई को रंजना ने उन्हें फोन किया और वे फिर से मिले । उसने प्रसेनजीत पर अपने घर ले जाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। प्रसेनजीत मना कर दिया जिसके बाद उसने उसे कई बार थप्पड़ मारा। फिर प्रसेनजीत ने रात में उसे घर ले जाने का वादा किया ताकि कोई ग्रामीण उन्हें देख न ले ।
रात में आरोपी ने अपना मन बदल लिया और रंजना का गला घोंट दिया। प्रसेनजीत ने कबूल किया कि उसे मारने के लिए उसने रंजना के दुपट्टा का इस्तेमाल किया था। बाद में उसने शव को वहां दफना दिया ।
उसने बताया कि घर नहीं लौटने के बाद लड़की के परिवार वालों ने 6 मई से उसकी तलाश शुरू कर दी। 8 मई को वे प्रसेनजीत के घर पहुंचे। प्रसेनजीत उन्हें यह कहकर गुमराह किया कि उसने पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी के माटीगोरा में रखा है। दोनों परिवार मटिगोरा गए लेकिन रंजना नहीं मिल सकीं।
एसएचओ ने बताया कि वे अगली रात भलौमीच लौटे जिसके बाद प्रसेनजीत के चाचा ने उसे कई बार थप्पड़ मारा। आखिरकार उसने रंजना की हत्या करने की बात कबूल कर ली । बाद में पुलिस को सूचित किया गया और शव बरामद किया गया ।