पटना: बिहार में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए सीएम नीतीश कुमार ने शुक्रवार को राज्य पुलिस प्रमुख से कहा कि वे राज्य के प्रत्येक थाने में महिला पुलिस अधिकारियों और सिपाहियों की तैनाती सुनिश्चित करें ताकि थानों के अंदर महिलाओं को उत्साहजनक माहौल उपलब्ध कराया जा सके।
इससे पहले बुधवार को सीएम ने अगले शैक्षणिक सत्र से सभी इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों में लड़कियों के लिए न्यूनतम 33.3 फीसद सीटें आरक्षित करने का आदेश दिया था।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राज्य के कानून व्यवस्था परिदृश्य की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीएम ने कहा, राज्य भर के सभी थानों में महिला पुलिस अधिकारियों और सिपाहियों की तैनाती जरूरी है। इससे महिलाओं का मनोबल बढ़ेगा जो शिकायत के साथ थानों तक पहुंचेगे और उनकी शिकायत को सही तरीके से सुना या सुलझाया जा सकेगा ।
बिहार में इस समय कुल 853 थाने हैं, जिनमें से 40 रेल थाने हैं।
नीतीश ने डीजीपी एस के सिंघल से भी कहा कि वे प्रत्येक शनिवार को अपने संबंधित थाने में सभी =यकीदारों की परेड सुनिश्चित करें, ताकि चौकीदार अपने गांव से जुड़ी समस्याओं/विवादों की जानकारी थाने को उपलब्ध करा सकें।
जमीन विवाद से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करते हुए नीतीश ने कहा, डीएम और एसपी को अपने अधिकार क्षेत्र में जमीन से जुड़े विवादों को सुलझाने के लिए महीने में एक बार संयुक्त बैठक जरूर करनी चाहिए। इसी तरह एसडीओ और एसडीपीओ पखवाड़े में एक बार उपखंड स्तर पर इसी तरह की संयुक्त बैठक करेंगे जबकि सर्कल कार्यालय और स्टेशन हाउस अधिकारी सप्ताह में एक बार।
सीएम ने इसके अलावा पुलिस अधिकारियों से कहा कि गंभीर अपराधों के मामलों में त्वरित सुनवाई की प्रक्रिया में तेजी लाकर दोषसिद्धि की दर बढ़ाई जाए। जांच सही तरीके से काम करें ताकि सरकार अपराधियों को कड़ी संभव सजा सुनिश्चित कर सके । उन्होंने कहा, कार्यों की अपराध जांच में कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए और इस पर लगातार नजर रखी जानी चाहिए ।
नीतीश ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से कहा, जिला, उपमंडल और थाना स्तर पर विभिन्न प्रकार के अपराधों का निरंतर विश्लेषण भी सुनिश्चित करें ताकि कानून व्यवस्था हमेशा बनी रहे ।
सीएम ने सभी थानों में रात्रि गश्त की व्यवस्था को मजबूत करने के भी आदेश दिए। उन्होंने कहा, “सभी थानों में नियमित आधार पर रात्रि गश्त भी सुनिश्चित करें ।”
नीतीश ने यह भी कहा कि वह राज्य में अपराधों के नियंत्रण में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने डीजीपी से कहा कि अनियमितताओं को अंजाम देने में लिप्त अधिकारियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
इससे पहले डीजीपी ने सीएम को प्रदेश में कानून व्यवस्था के परिदृश्य में सुधार के लिए उठाए गए कदमों की वर्तमान स्थिति के बारे में बताया। अपर पुलिस महानिदेशक (विशेष शाखा) जितेंद्र सिंह गंगवार ने राज्य पुलिस की विशेष शाखा द्वारा किए जा रहे कार्यो की जानकारी दी। अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र कुमार ने पिछली समीक्षा बैठकों में सीएम द्वारा दिए गए निर्देशों पर पुलिस द्वारा की गई कार्रवाइयों का विस्तृत प्रजेंटेशन दिया।