पटना/छपरा: सारण जिले के अमनौर स्थित विश्व प्रभा कम्युनिटी सेंटर (वीपीसीसी) के परिसर में खड़ी 50 एंबुलेंस को लेकर शुक्रवार को उस समय नाटकीय मोड़ आ गया जब अमनौर पुलिस ने शनिवार को पूर्व सांसद व जनतान्त्रिक अधिकार पार्टी (जिप) अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के खिलाफ जबरन एंट्री करने, खड़ी एंबुलेंस को नुकसान पहुंचाने और वीपीसीसी के कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करने को लेकर प्राथमिकी दर्ज की।
पप्पू के खिलाफ पंचायत एंबुलेंस चालकों के समन्वयक राजन सिंह ने आमौर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मरवाहा डीएसपी इंद्रजीत बैथा ने शनिवार को वीपीसीसी परिसर का निरीक्षण कर शुक्रवार की घटना के संबंध में जानकारी एकत्र की, जिसमें पप्पू बिना अनुमति परिसर में घुस गया और कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया।
पप्पू ने 2019 में सारण के भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी की एमपीलैड फंड से खरीदी गई एंबुलेंस का मुद्दा उठाया था। पप्पू ने आरोप लगाया कि एंबुलेंस को ऐसे समय में ढके रखा गया जब लोगों को अपने कॉविड मरीजों को अस्पताल ले जाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरत थी। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि एंबुलेंस का इस्तेमाल रेत परिवहन के लिए किया जा रहा था।
रूडी ने शुक्रवार को इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा था कि वाहन चालकों की कमी के कारण एंबुलेंस वहां खड़ी थी। यहां तक कि उन्होंने पप्पू से इस मुद्दे पर राजनीति करने के बजाय ड्राइवर उपलब्ध कराने को कहा। रूडी ने आगे कहा कि उन्होंने उन्हें चलाने के लिए स्थानीय स्तर पर विज्ञापन जारी करने के अलावा खड़ी एंबुलेंस के बारे में सारण डीएम को सूचित किया था ।
संयोग से पप्पू ने शनिवार को पटना में संवाददाता सम्मेलन में 40 ड्राइवरों को लाइसेंस भेंट करते हुए कहा कि रूडी एंबुलेंस चलाने के लिए अपनी सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने इसी अंदाज में यह भी मांग की कि राज्य सरकार द्वारा रूडी के खिलाफ एमपीलैड फंड के माध्यम से खरीदी गई एंबुलेंस को स्थिर रखने के लिए महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाए, जो सरकारी धन की बर्बादी है।
पप्पू ने उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर पर सवाल उठाया और केंद्र के कौशल विकास कार्यक्रम के तहत रूडी द्वारा की गई अनियमितताओं की जांच की मांग की। इसके अलावा, उन्होंने सारण में प्रशिक्षण संस्थान बंद होने के बारे में पूछा, यहां तक कि यह विशेष रूप से कुशल और प्रशिक्षित ड्राइवरों के लिए था।
रूडी ने कहा था कि एमपीलैड फंड से खरीदी गई 30 एंबुलेंस और अन्य संगठनों से जुड़े 20 अन्य वीपीसीसी परिसर में खड़ी थीं, क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण ड्राइवरों की कमी थी । उन्होंने पप्पू के प्रवेश को भी ‘निंदनीय अपराध’ बताया।
जहां तक आरोप है कि वह कोरोनावायरस महामारी के बीच राजनीति कर रहे है, पप्पू ने कहा कि वर्तमान में पीएम नरेंद्र मोदी जैसे ‘बड़े व्यक्ति’ के साथ-साथ पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और जॉर्ज फर्नांडीस ने भी राजनीति की है।
उन्होंने सीवान जिले से संबंध रखने वाले राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को सलाह दी कि वे सीवान सरकारी अस्पताल में आईसीयू, ऑक्सीजन, रेमडेसिलिवर इंजेक्शन और अन्य जरूरी दवाओं की व्यवस्था करें, जिसमें केवल 40 रेमडेसिरिवर इंजेक्शन दिए गए, जबकि वहां 100 मरीज थे ।