गोपालगंज।। भूमि से संबंधित मारपीट की घटना में पीड़ित को 3 वर्ष लग गए प्राथमिकी दर्ज करवाने में । यह सिधवलिया पुलिस का कारनामा है । सवाल यह उठता है कि क्या इस तरह से लोगों को न्याय मिलेगा और कैसे क्राइम कंट्रोल होगा । सबसे हैरानी की बात यह है कि जिलाधिकारी के निर्देश के कई महीनों बाद यह प्राथमिकी दर्ज हुआ है । सिर्फ प्राथमिकी दर्ज करवाने के लिए पीड़ित को इन 3 वर्षों में कई वरीय पदाधिकारियों के चक्कर लगाने पड़े हैं, तब पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है ।
इस बीच पीड़ित के साथ आरोपी पक्ष के लोग दुबारा से कई तरह के विवाद खड़ा कर दिए तथा न्यायालय का उलंघन भी किये हैं। जिसमें पीड़ित के द्वारा पुलिस को शिकायत दी गई और इस दूसरे मामले में भी करीब 3 महीना गुजर गया हैं पर अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है । दूसरे मामले में भी पुलिस अधीक्षक का निर्देश प्राप्त होने के बावजूद भी थाना प्रभारी प्राथमिकी दर्ज नहीं करते हैं । यह पुलिस के लाचार व्यवस्था को दर्शाता है । ऐसी ही स्थिति में लोग अपना नियंत्रण खो देते हैं और अपराध करने पर मजबूर हो जाते हैं । जिले में अधिकांश अपराध भूमि विवाद को ही लेकर होता है, जिसने प्रथम दृष्टया पुलिस की निष्क्रियता सामने आती है।
यह मामला सिधवलिया थाना क्षेत्र के बरहीमा गांव निवासी विष्णु देव पांडेय का है, जिनकी दोनों आंखों की रोशनी चली गई हैं और उनके ही पड़ोसी राकेश पांडे सहित पांच लोगों ने उनके भूमि को अवैद्य तरीके से कब्जा करने में जुटे हैं तथा तरह-तरह से प्रताड़ित करते रहते हैं।