गोपालगंज।। अब प्रसव पूर्व जांच के लिए स्वास्थ्य संस्थानों पर आने वाली गर्भवती महिलाओं के साथ कोविड टीकाकरण पर विशेष रूप से चर्चा की जायेगी । गर्भवती महिलाओं के कोविड 19 के टीका से आच्छादित किये जाने हेतु आशा एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी द्वारा गृह भ्रमण, स्वास्थ्य संस्थानों में प्रसव पूर्व जाँच के दौरान या टीकाकरण स्थलों पर आरोग्य दिवस सत्र स्थलों पर गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 टीकाकरण के महत्व, इसके प्रभाव एवं इससे होने वाले लाभ पर विशेष चर्चा कर टीकाकरण कराने हेतु प्रोत्साहित कर इनका टीकाकरण कराने की व्यवस्था की जाय।
कोविड -19 टीके सुरक्षित हैं और टीकाकरण गर्भवती महिलाओं को कोविड -19 बीमारी से बचाता है। हालांकि किसी भी दवा की तरह, एक टीके के भी दुष्प्रभाव हो सकते हैं जो आमतौर पर हल्के होते हैं। वैक्सीन लगवाने के बाद, उसे हल्का बुखार हो सकता है, इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द हो सकता है या 1-3 दिनों तक अस्वस्थ महसूस कर सकते हैं। जो महिलाएं 35 साल से ज्यादा उम्र की हैं, जिन्हें शुगर, हाई ब्लड प्रेशर है या जिनके शरीर में खून के थक्के जमने का कोई इतिहास रहा हो. ऐसी महिलाओं को खतरा ज्यादा रहता है। अगर महिला गर्भावस्था के दौरान कोरोना संक्रमित होती है तो डिलीवरी के बाद उन्हें कोरोना का टीका लगाया जाना चाहिए।