• कोरोना संक्रमण से निजात का एकमात्र उपाय है टीकाकरण
• दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर को लगेगा टीका
• निर्भिक होकर वैक्सीनेशन कराने की अपील
गोपालगंज। जिले में कोविड-19 को जड़ से मिटाने के लिए जिले में पूरे जोर- शोर से वैक्सीनेशन अभियान चलया जा रहा है। प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जा रहा है। जिले में 15 जगहों पर कोविड-19 का टीकाकरण किया जा रहा है। इसी कड़ी यूनिसेफ के जिला समन्वयक रूबी कुमारी ने सदर अस्पताल में अपना टीकाकरण कराया। उन्होने कहा कि हर व्यक्ति को निर्भीक होकर वैक्सीनेशन कराना चाहिए और अफवाहों से बिलकुल दूर रहना चाहिए। ताकि किसी प्रकार का संक्रमण उत्पन्न नहीं हो। क्योंकि, वैक्सीन ही कोविड-19 से बचाव के लिए स्थाई निजात का एकमात्र उपाय है। इसलिए, वैक्सीन हर व्यक्ति के लिए जरूरी है। टीकाकरण के लिए सत्र स्थल का निर्धारण निर्वाचन बूथ के अनुसार ही किया गया है। सत्र स्थल पर 3 कक्ष उपलब्ध हैं , पहला कक्ष लाभार्थियों को टीका लेने के लिए वेटिंग एरिया, दूसरा कक्ष टीकाकरण के लिए एवं तीसरा कक्ष टीकाकरण के पश्चात 30 मिनट तक लाभार्थी की निगरानी के लिए| ऑब्जर्वेशन रूम में पर्याप्त संख्या में बेड एवं कुर्सी की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गयी है।
निर्भीक होकर कराएं वैक्सीनेशन :
यूनिसेफ के जिला समन्वयक रूबी कुमारी ने बताया उन्हें वैक्सीन लेने के बाद किसी तरह साइड इफेक्ट नहीं हुआ. जो भी लोग उनके साथ वैक्सीन लिए, उन्हें भी कोई दिक्कत नहीं हुयी. वैक्सीन के बाद सभी लोग पूरी तरह स्वस्थ दिखे। उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने अन्य लोगों से भी उत्साह के साथ निर्भिक होकर वैक्सीनेशन कराने की अपील की. उन्होंने बताया वैक्सीन लेने से किसी प्रकार की परेशानी उत्पन्न नहीं होगी, बल्कि अगर भविष्य किसी प्रकार की परेशानी होने वाली भी होगी तो वह दूर हो जाएगी।
कोरोना संक्रमण से निजात का एकमात्र उपाय है टीकाकरण:
कोविड-19 से स्थाई निजात का एकमात्र उपाय वैक्सीन ही है। इसलिए, वैक्सीनेशन से परहेज नहीं करें, बल्कि उत्साह के साथ वैक्सीनेशन कराएं। इससे आप तो स्वस्थ होंगे ही साथ ही आपका परिवार और समाज भी सुरक्षित रहेंगे। इसलिए, इस मौके को छोड़े नहीं, बल्कि इसे अवसर समझकर इसका लाभ लें।
दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर को लगेगा टीका:
दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्करों का टीकाकरण किया जाएगा। फ्रंटलाइन वर्कर में वह टीम है, जो कोरोना संक्रमितों के इलाज, नियंत्रण व प्रतिरक्षण से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जुड़ी रही है। फ्रंटलाइन वर्कर की सूची तैयार करने की प्रक्रिया तेज गति से चल रही है। हर विभाग से कर्मचारियों का ब्योरा मांगा गया है। कर्मचारियों की सूचना कोविन पोर्टल पर अपलोड की जा रही है।
28 दिन के बाद पड़ेगा दूसरा डोज:
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. शक्ति कुमार सिंह ने बताया जिन स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड टीके का पहला डोज लगा है उन सभी कर्मियों को 28 दिनों के बाद दूसरा डोज दिया जाएगा। तब तक ये लोग कोरोना की गाइडलाइन का पालन करेंगे। सामाजिक दूरी बनाकर रहेंगे और जहां कहीं भी घर से बाहर जाएंगे, मास्क जरूरी तौर पर पहनेंगे।